Vedanta Demerger: माइनिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी वेदांता लिमिटेड को लेकर निवेशकों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मुंबई बेंच ने वेदांता के बहुप्रतीक्षित डीमर्जर प्लान को मंजूरी दे दी है। इस फैसले के बाद शेयर बाजार में हलचल मच गई और वेदांता का स्टॉक 4 फीसदी से ज्यादा उछल गया।
ET NOW की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मंजूरी के साथ ही वेदांता को अपनी अलग-अलग बिजनेस यूनिट्स को स्वतंत्र कंपनियों के रूप में बाजार में लिस्ट करने की हरी झंडी मिल गई है। बाजार जानकारों का मानना है कि यह फैसला कंपनी के लिए ही नहीं, बल्कि शेयरधारकों के लिए भी गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
पांच कंपनियां होंगी अलग पहचान के साथ लिस्ट
डीमर्जर प्लान के तहत वेदांता की पांच बड़ी यूनिट्स को अलग-अलग कंपनियों के रूप में सूचीबद्ध किया जाएगा। इनमें शामिल हैं—
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Vedanta Aluminium
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Vedanta Steel and Ferrous Materials
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Vedanta Oil & Gas
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Vedanta Power
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Vedanta Base Metals
हालांकि, बाद में किए गए बदलाव के तहत Base Metals बिजनेस को पैरेंट कंपनी वेदांता लिमिटेड के भीतर ही रखने का फैसला लिया गया है।
शेयर बाजार में दिखा तुरंत असर
NCLT से मंजूरी की खबर सामने आते ही बाजार ने प्रतिक्रिया दी। ट्रेडिंग के दौरान वेदांता का शेयर 4.20% चढ़कर 572.50 रुपये पर बंद हुआ। यह तेजी साफ संकेत देती है कि निवेशक डीमर्जर को लेकर काफी उत्साहित हैं और इसे वैल्यू अनलॉकिंग का बड़ा मौका मान रहे हैं।
क्या है डीमर्जर के पीछे की रणनीति?
कंपनी का कहना है कि डीमर्जर का मुख्य उद्देश्य ऑपरेशंस को सरल बनाना और हर बिजनेस वर्टिकल पर मैनेजमेंट का फोकस बढ़ाना है। इसके अलावा, अलग-अलग यूनिट्स के रूप में काम करने से हर बिजनेस को बेहतर वैल्यूएशन और प्रभावी कैपिटल एलोकेशन मिल सकेगा।
मार्च 2025 में वेदांता ने डीमर्जर की समयसीमा 30 सितंबर 2025 तय की थी, लेकिन नियामकीय मंजूरियों में देरी के कारण प्रक्रिया धीमी हो गई थी। अब NCLT की मंजूरी के बाद डीमर्जर की रफ्तार तेज होने की उम्मीद है।
निवेशकों को मिलेगा सबसे बड़ा फायदा
डीमर्जर का असली फायदा उन निवेशकों को मिलेगा, जिनके पास रिकॉर्ड डेट से पहले वेदांता के शेयर होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक,
हर शेयरहोल्डर को उसके पास मौजूद प्रत्येक शेयर के बदले डीमर्ज होने वाली हर कंपनी का 1-1 शेयर मिलेगा।
अब निवेशकों की नजरें रिकॉर्ड डेट, शेयर अलॉटमेंट और नई कंपनियों की लिस्टिंग टाइमलाइन पर टिकी होंगी। बाजार में चर्चा है कि वेदांता का यह “ब्रेकअप” आने वाले समय में निवेशकों के लिए बड़ा रिटर्न सरप्राइज लेकर आ सकता है।
Author: Deepak Mittal










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