गुजरात में एक बड़ा और दुखद हादसा सामने आया है। महिसागर नदी पर बना एक 43 साल पुराना पुल अचानक भरभराकर गिर गया जिससे उस पर से गुजर रहे कई वाहन नदी में जा गिरे। इस दर्दनाक घटना में अब तक दो लोगों की मौत की खबर है जबकि कई अन्य लोगों को नदी से सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है।
मध्य गुजरात को सौराष्ट्र से जोड़ने वाला एकमात्र महत्वपूर्ण पुल जर्जर हालत में था।स्थानीय लोगों ने पुल की मरम्मत करने और नया पुल बनाने की मांग की थी।जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।पुल टूटने से जो लोग नदी में गिरे हैं,उनकी सुरक्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। pic.twitter.com/rzaSvPKQf6
— Dr Karan Barot🇮🇳🧹 (@khbarot) July 9, 2025
भारी ट्रैफिक के दौरान ढहा वडोदरा-आणंद को जोड़ने वाला पुल
यह हादसा उस वक्त हुआ जब वडोदरा और आणंद को जोड़ने वाले इस महत्वपूर्ण पुल पर भारी ट्रैफिक था। अचानक पुल के ढह जाने से कई गाड़ियां जिनमें संभवतः कारें और ट्रक शामिल थे महिसागर नदी में गिर गईं। घटनास्थल से सामने आई तस्वीरों और वीडियो में एक ट्रक आधे-टूटे पुल पर खतरनाक ढंग से लटका हुआ दिखाई दे रहा है जो हादसे की भयावहता को बयां कर रहा है।
मौके पर पहुंचा रेस्क्यू दल, राहत कार्य जारी
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और अन्य बचाव दल भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गए हैं। नदी में गिरे वाहनों और उसमें फंसे लोगों को निकालने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में ले जाया जा रहा है।
गुजरात के वडोदरा में महिसागर नदी पर बना गंभीरा ब्रिज बीच से टूट गया।
इस हादसे में कई वाहन नदी में गिर गए, जिसके चलते कुछ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई व कई लोग घायल हैं।
कांग्रेस परिवार पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता है। साथ ही ईश्वर से प्रार्थना है कि वे… pic.twitter.com/4uZxnZDXE9
— Congress (@INCIndia) July 9, 2025
पुल की उम्र और सुरक्षा पर उठे सवाल
यह पुल 43 साल पुराना था और इसके अचानक ढह जाने से पुराने ढांचों की सुरक्षा और रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बात की जांच की जाएगी कि पुल के ढहने का क्या कारण था – क्या यह संरचनात्मक खराबी थी, रखरखाव में कमी थी या किसी अन्य वजह से हुआ।
इस हादसे ने एक बार फिर पुलों और अन्य बुनियादी ढांचों की नियमित जांच और सुरक्षा ऑडिट के महत्व को रेखांकित किया है खासकर उन ढांचों की जो दशकों पुराने हैं और जिन पर भारी ट्रैफिक का दबाव रहता है।
