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वनवासियों के रोजगार और प्रकृति संरक्षण का सुंदर संगम

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Deepak Mittal

अचानकमार अभयारण्य में ‘हर घर एक फलदार पौधा’ अभियान प्रारंभ

प्रयास: “अ स्मॉल स्टेप फाउंडेशन” की अनूठी पहल

निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111

मुंगेली– अचानकमार वनवासियों के जीवन स्तर में सुधार और पर्यावरण संरक्षण को साथ लेकर चलने वाली एक अनोखी पहल की शुरुआत अचानकमार टाइगर रिज़र्व क्षेत्र में की गई है। प्रयास अ स्मॉल स्टेप फाउंडेशन’ द्वारा चलाए जा रहे “हर घर एक फलदार पौधा” अभियान के तहत वन क्षेत्र में निवास करने वाले ग्रामीणों को फलदार पौधों का वितरण किया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है – हर घर के आसपास एक फलदार पौधा लगाना, उसकी देखरेख करना, और जब वह पौधा फल देना शुरू करे तो उस वनवासी को 1100 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाए।

प्रकृति की सेवा, मानवता का संबल

इस अभियान को केवल पौधारोपण तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि यह एक दीर्घकालिक सोच के साथ शुरू की गई मुहिम है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। पौधा केवल लगाया नहीं जाएगा, बल्कि उसकी पूरी जिम्मेदारी उस परिवार को दी जाएगी, जिसके घर या खेत के आसपास पौधा लगाया गया है। जब वह पौधा फल देने लगेगा, तब उस परिवार को सम्मानपूर्वक 1100 रुपये संस्था द्वारा पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया जाएगा।

रोजगार और आत्मसम्मान दोनों का आधार

फाउंडेशन का मानना है कि फलदार पौधे न सिर्फ पर्यावरण की दृष्टि से लाभकारी हैं, बल्कि यह वनवासियों के लिए स्थायी रोजगार और पोषण का स्रोत भी बन सकते हैं। आम, अमरूद, जामुन, नींबू, कटहल जैसे पौधों से भविष्य में ग्रामीणों को अपने घर के आंगन से ही आमदनी प्राप्त हो सकेगी।

स्थानीय जनता का मिल रहा भरपूर समर्थन

अभियान के पहले चरण में लगभग 150 फलदार पौधों का रोपण किया गया, जिसमें स्थानीय ग्रामीणों, युवाओं और महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कई परिवारों ने स्वेच्छा से पौधों की देखरेख की जिम्मेदारी ली है। संस्था द्वारा चलाए जा रहे जनजागरूकता कार्यक्रमों के कारण अब लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ी है और अपने क्षेत्र को हराभरा देखने की लालसा भी जाग उठी है।

आप भी बन सकते हैं इस मुहिम का हिस्सा

संस्था ने आम जनता से अपील की है कि “आइए, हमारे साथ जुड़िए। एक फलदार पौधे की जिम्मेदारी लीजिए। जब वह पौधा फल देने लगे, तो उसका फल वनवासी खाए और उसका श्रेय आपको मिले।” यह न सिर्फ एक सामाजिक सेवा है, बल्कि एक पीढ़ियों तक चलने वाला पर्यावरणीय योगदान है।

संस्था के प्रतिनिधियों ने कहा…

“हमारा उद्देश्य है कि जंगल के किनारे रहने वाले प्रत्येक परिवार के घर में कम से कम एक ऐसा पौधा हो जो उन्हें पोषण और आय दोनों दे सके। जब किसी परिवार को एक पौधे से न सिर्फ फल, बल्कि सम्मान की राशि मिलेगी, तो वह खुद-ब-खुद अपने पेड़ों को संतान की तरह सींचेगा।” “एक पौधा, एक परिवार की खुशहाली का कारण बन सकता है – इस सोच को लेकर यदि हम सब एक कदम बढ़ाएं, तो हमारा प्रदेश हरियाली, आत्मनिर्भरता और सामाजिक समरसता का उदाहरण बन सकता है।” यदि आप इस अभियान का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो ‘अ स्मॉल स्टेप फाउंडेशन’ से संपर्क करें और एक फलदार पौधे की जिम्मेदारी लीजिए।

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Author: Deepak Mittal

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