दुर्ग,, पाटन जामगांव आर में एक कुम्हार के घर चला बुलडोजर शासन प्रशासन नियमों का पालन करते हुए गांव की एक ही व्यक्ति का मकान शासन प्रशासन के सामने तोड़ा गया है बताया जाता है कि पूरे ग्रामीणों का कहना है की शासन केवल एक ही मकान को तोड़ने के लिए आदेश जारी किया गया है सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल और पांडे परिवार दोनों में बहुत दिनों से इस मामले में मामला चल रहा था इसमें बताया जाता है कि मनीराम पांडे इस केस को हार गए हैं जबकि सरपंच एवं उपसरपंच एवं ग्रामीनो का कहना है कि स्कूल बहुत ज्यादा बड़ा है इसके हिसाब से बच्चे बहुत ही कम है हैं उसको सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल बहुत बड़ा है जिसमें मात्रा 40 से 50 बच्चे ही है जिसके चलते
एक गरीब परिवार का मकान तुड़वा दिया गया है उसके उपरांत सरपंच उप सरपंच एवं ग्रामीणो अधिकारी प्रशासन समक्ष रहकर आवेदन करते हुए एक गरीब की मकान को बचाने के लिए पूरे ग्रामीण पंचायत ना तोड़कर पूरे जामगांव में अतिक्रमण तोड़ना चाहिए ऐसे ग्रामीण सरपंच एवं ग्रामीण महिला कार्यकर्ता एवं उपसरपंच एवं समस्त ग्रामीण एकजुट होकर अधिकारियों से निवेदन किया 6 महीने के लिए समय मांगा गया लेकिन अधिकारी अपने आदेश को पालन करते हुए ग्रामीणों से कहा कि हमारे आदेश उच्च अधिकारी एवं शासनों की आदेश अनुसार हम कार्य कर रहे हैं आज किसी गरीब की झोपड़ी को तोड़कर आज उस गरीब के बाल बच्चा परिवार बेघर होकर कहां जाएंगे और शासनों का कहना रहता है की बारिश में कोई मकाम कभी भी बेघर नहीं होना चाहिए
लेकिन आज शासन प्रशासन पूरे ग्रामीण अध्यक्ष एवं ग्रामीण उपाध्यक्ष सरपंच वह पूरे ग्रामीण की बात को नकारात्मक करते हुए शासन प्रशासन गरीब परिवार की बेघर कर दिया गया है और ग्रामीण सरपंच एवं ग्रामीण का कहना है कि ऐसा बेघर करने वाले प्रशासन किसी राजनीतिक व्यक्तियों की बोल बाला करते हुऐ शासन प्रशासन अपने राजनीतिक को देखते हुए किसी घर को बेघर करना उचित नहीं माना जाता है और ग्रामीण का कहना है कि ऐसा गरीब के मकान तोड़ने के लिए जब तैयार है तो शासन प्रशासन पूरे गांव की जितने भी अतिक्रमण है उसे पूरा तोड़ने की आदेश दिया जाए उसे गरीब परिवार को भारी बरसात में बिना छत के बेघर कर दिया गया जबकि 70 से 80 साल से हो वहां निवास कर रहे थे,तहसीलदार मीणा साहू नायब तहसीलदार भूपेंद्र सिंह एवं तहसीलदार जामगांव आर नायब तहसीलदार जामगांव आर ममता टावर एवं पुलिस प्रशासन सी ए एफ की टीम उपस्थित रहे।,