दुर्ग : जिले के नंदिनी खुंदनी गांव में गणेश चतुर्थी से पहले ही दो गुटों के बीच आपसी विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। इस झगड़े में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की शुरुआत 6 सितंबर को पुराना शीतला मंदिर गणेश समिति के डीजे कार्यक्रम में हुई, जहां धन्नु यादव और आकाश पटेल के बीच डांस को लेकर विवाद हुआ। यह विवाद धीरे-धीरे यादव मोहल्ला और शीतला पारा के युवाओं के बीच मारपीट में बदल गया।
स्थानीय बुजुर्गों द्वारा सुलह कराने की कोशिश के बावजूद, 7 सितंबर की शाम को धन्नु यादव ने आकाश पटेल को फोन कर मंदिर के पास आने की धमकी दी। आकाश के वहां पहुंचते ही धन्नु यादव ने चाकू से हमला कर दिया और उनके साथी करन यादव, वासु यादव, और राजेश यादव भी आकाश को पीटने लगे।
यह देखकर आकाश के पक्ष के 8-10 अन्य युवक मौके पर पहुंचे और दोनों गुटों के बीच लाठी-डंडों, पत्थरों और हाथ मुक्कों से जमकर मारपीट हुई। इस हमले में करन, वासु और राजेश यादव की मौत हो गई, जबकि आकाश पटेल को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। पुलिस को समय पर न पहुंचने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश है, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, और इस हिंसा में शामिल आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
फिलहाल शवों का पंचनामा कर उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। इस घटना ने दुर्ग पुलिस की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, वहीं ग्रामीणों के बीच भय और आक्रोश का माहौल बना हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और शांति बनाए रखने की अपील कर रही है, लेकिन गांव में तनाव अभी भी बरकरार है।