दंतेवाड़ा — बैलाडीला क्षेत्र में लगातार 5 दिनों से हो रही तेज़ बारिश ने रविवार की दोपहर को उस वक़्त भयानक रूप ले लिया था जब एनएमडीसी लौह अयस्क की खदान क्रमांक 11बी के चेक डेम नंबर 6 के ऊपर से पानी बहने लगा और देखते ही देखते पानी का सैलाब लौह चूर्ण के साथ पहाड़ियों के रास्ते पहाड़ी नालों के रास्ते नगर में घुस गया ।
थोड़ी देर में चारो तरफ तबाही का मंजर देखने को मिला किरंदुल बंगाली कैम्प के 3 नंबर वार्ड 4 नंबर वार्ड 6 नंबर वार्ड में लौह चूर्ण के साथ पहाड़ी नाले का पानी घरों में घुस गया । घर का समान छोड़ जान बचा कर लोग भागे लाल पानी का सैलाब इतना भयानक था कि उसके जद में जो कुछ भी आया उसको बहा कर ले गया ।
3 गाय बहती हुई जा रही थी उसको बचाया गया वही 2 बच्चे भी पानी में बह गए जिनको बचा कर अस्पताल पहुचाया गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि उसके बहाव में मोटरसाइकिल, कार यहां तक कि बड़ी ट्रक भी बह गई।लोगो के पास कुछ भी नही बचा महिलाओं ने रो रो कर बताया कि हमारे पास पहनने के लिए कपड़े तक नही बचे घर के अंदर कमर तक कीचड़ भर गया है घर का पूरा समान खराब हो गया है।उल्लेखनीय हैं .
कि एनएमडीसी ने 6 नंबर चेक डेम की नही करवाई थी सफाई जिसके कारण हुई इतनी बड़ी आपदा हुई ।डैम की कैपिसिटी 6500 क्यूबिक मीटर है जिसकी सफाई हर वर्ष होनी है । परंतु एनएमडीसी और नगरपालिका के बीच आपसी तकरार के कारण दो सालों से नहीं हुई थी सफाई।इस संबंध किरंदुल नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ ठेकेदार सुरेंदर नायर ने एक बड़ा खुलासा करते हुए मीडिया से कहा कि वर्ष 2021 में एनएमडीसी किरंदुल परियोजना से चैक डेम की सफाई यानी डिसिल्टिंग एवं उसके परिवहन का कार्य आदेश दीपा कंस्ट्रक्शन को मिला था ।
परंतु नगर पालिका के वर्तमान अध्यक्ष मृणाल राय ने धरमपुर कैम्प वासियों की ओर से तत्कालीन तहसीलदार को एक पत्र प्रेषित कर मेरे द्वारा किये जा रहे परिवहन कार्य को रुकवा दिया था ।जिस कारण प्रसाशनिक हस्तक्षेप के बाद परिवहन कार्य बंद हो गया और एनएमडीसी द्वारा 1987 में निर्मित 6 नम्बर चैकडेम में एनएमडीसी की 11 सी खदान का लोह चूर्ण लगभग 2 सालों से जमा होने लगा ।
जिस कारण खदान का चैकडैम पूरी तरह लोह चूर्ण से लबालब हो चुका है । जिसका परिणाम रविवार की दोपहर में देखने को मिला जब तेज बारिश के दौरान 11 सी खदान से आया लोह चूर्ण ओवर फ्लो हो चुके चैकडैम के ऊपर से बहकर नगरीय क्षेत्रों की बस्ती में घुसकर उनके घरों को बर्बाद कर दिया । सुरेंद्र नायर ने कहा कि इस भीषण तबाही के मंजर का दोषी किरंदुल नगर पालिका परिषद ही हैं ।जिस कारण डैम ओवरफ्लो हुआ और जिसका नतीजा जनता को सहना पड़ा ।