(गौतम बाल बोदरे) : नई दिल्ली : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में विज्ञान भवन में I4C के पहले स्थापना दिवस समारोह में प्रमुख पहलों की शुरुआत की। इन पहलों में साइबर धोखाधड़ी न्यूनीकरण केंद्र (CFMC), समन्वय प्लेटफॉर्म, ‘Cyber Commandos’ कार्यक्रम, और Suspect Registry शामिल हैं।
गृह मंत्री ने बताया कि I4C की स्थापना 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर की गई थी, और अब यह साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण संस्थान बन गया है। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा का एक अहम हिस्सा बन गई है और I4C जैसे प्लेटफॉर्म साइबर अपराध से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

नए प्लेटफॉर्म्स का उद्देश्य साइबर अपराध को रोकने के लिए बेहतर समन्वय और सहयोग को सुनिश्चित करना है। उदाहरण के तौर पर, CFMC का लक्ष्य बैंकों, वित्तीय संस्थानों, और अन्य संगठनों के साथ मिलकर साइबर धोखाधड़ी से निपटना है। समन्वय प्लेटफॉर्म साइबर अपराध के डेटा को एकत्रित करने और विश्लेषण करने के लिए एक केंद्रीकृत पोर्टल प्रदान करेगा।
साइबर कमांडो कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित साइबर कमांडो देशभर में साइबर सुरक्षा में सहायता करेंगे, और Suspect Registry वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र में धोखाधड़ी जोखिम प्रबंधन को मजबूत करेगा।

अमित शाह ने I4C की पिछले 9 वर्षों की यात्रा की सराहना की और आगे के प्रयासों को सभी स्टेकहोल्डर्स के सहयोग से सफल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और इसके साथ ही साइबर अपराध से सुरक्षा की आवश्यकता भी बढ़ गई है।

Author: Deepak Mittal
