रतलाम, उज्जैन सहित प्रदेश के चार बड़े शहरों में बनेंगे एयरपोर्ट

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मंदसौर, नीमच सहित 21 हवाई पट्टियों में से 4 को किया जाएगा एयरपोर्ट में तब्दील

रतलाम से इमरान खान की रिपोर्ट

रतलाम मध्य प्रदेश राज्य में आने वाले समय में चार शहरों को बड़ी सौगात मिलने जा रही है। डॉ मोहन यादव सरकार प्रदेश के 21 जिलों में निर्मित हवाई पट्टियों में से चार बड़े शहरों की हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में तब्दील करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए सरकार द्वारा 10 बिंदुओं पर बनाई जा रही रिपोर्ट में रतलाम, उज्जैन मुख्य रूप से शामिल किए गए हैं।

रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, नीमच समेत प्रदेश के 21 शहरों की हवाई पट्टियों में से 4 एयरपोर्ट के रूप डेवलप होगी। सरकार का एविएशन डिपार्टमेंट इसके लिए फिजिबिलिटी सर्वे करवा करवा रहा है।

मुंबई की कंपनी ईएंडवाय के कंसल्टेंट पल्लव गोयल समेत टीम रतलाम की बंजली एयर स्ट्रीप का सर्वे करने आई। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर, इंडस्ट्रीज, मेडिकल, टूरिज्म, डेवलपमेंट, प्रॉपर्टी समेत अन्य की जानकारी ली।

विमानन विभाग की एक टीम करेगी टेक्निकल सर्वे

प्रदेश के जिस शहर में हवाई पट्टी एयरपोर्ट में तब्दील की जाएगी उस शहर में टेक्निकल सर्वे के लिए विमानन विभाग की एक टीम और आएगी। सर्वे रिपोर्ट में 10 बिंदुओं के आधार पर स्कोरिंग की जा रही है। इसमें जो एयर स्ट्रीप टॉप फोर में आएगी। उनको बजट में लेकर एयरपोर्ट में कन्वर्ट किया जाएगा।

शुरुआत रोज 2 से 3 कमर्शियल फ्लाइट से होगी। एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने के बाद उसे एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया टेकओवर कर लेगी। बता दें कि कलेक्टर राजेश बाथम पहले ही एयर स्ट्रीप के इंफ्रास्ट्रक्चर में जरूरी डेवलपमेंट के लिए प्रपोजल बनाकर भेज चुके हैं।

इन शहरों में हो रहा है सर्वे

प्रदेश में चार नए एयरपोर्ट बनाने हेतु उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, बालाघाट, दतिया, छिंदवाड़ा, गुना, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, मंडला, नर्मदापुरम, पन्ना, सागर, सतना, सिवनी, शिवपुरी, सीधी, सिंगरोली और उमरिया में विमानन विभाग द्वारा सर्वे करवाया जा रहा है।

वर्तमान में हैं प्रदेश में 32 हवाई पट्टियां

मध्य प्रदेश राज्य में वर्तमान में 32 हवाई पट्टियां हैं। इनमें भोपाल, इंदौर, खजुराहों, ग्वालियर और जबलपुर में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण एयरपोर्ट का संचालन कर रही है। दमोह, शहडोल और नागदा की हवाई पट्टी प्राइवेट कंपनियों की हैं। चेतन्य काश्यप कैबिनेट मंत्री ने बताया कि सरकार रतलाम में एयरपोर्ट बनाने की संभावना तलाश रही है। निवेश क्षेत्र को एक्सप्रेस-वे से दिल्ली और मुंबई की कनेक्टिविटी मिल जाएगी। अब बारी एयर कनेक्टिविटी की है। इसके लिए बंजली हवाई पट्टी को विकसित किया जाएगा।

रतलाम में एयरपोर्ट बनने की संभावना इसलिए है ज्यादा

  1. हवाई पट्टी के विकास पर सरकार ने काम शुरू कर दिया है। इसमें एयर स्ट्रीप की चौड़ाई 23 से बढ़ाकर 30 और लंबाई 1200 से बढ़ाकर 2000 मीटर करने की तैयारी है।
  2. जिला मुख्यालय के पास 1466 हेक्टेयर में प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा इन्वेस्टमेंट रीजन डेवलप हो रहा है। इसमें 350 यूनिट्स लगेंगी। एयर कनेक्टिविटी मिलने पर उद्योगपतियों को आने-जाने में सुविधा होगी।
  3. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे बंजली के आगे धामनोद से गुजर रहा है। सड़क के साथ एयर कनेक्टिविटी मिलने से निवेश क्षेत्र को लॉजिस्टिक हब बनने की दिशा मिलेगी।
  4. एविएशन डिपार्टमेंट मई में 7 सीटर हवाई जहाज वी-2000 को बंजली हवाई पट्टी पर उतारकर परीक्षण भी कर चुका है।
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Author: Deepak Mittal

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