नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून की सुबह एक भीषण विमान हादसा हुआ, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। अहमदाबाद से लंदन जा रही एक इंटरनेशनल फ्लाइट टेक-ऑफ के कुछ ही मिनटों बाद तकनीकी खराबी के चलते क्रैश हो गई।
इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार सभी 241 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि घटनास्थल पर सिर्फ मलबा, राख और जले हुए हिस्से ही नजर आ रहे थे।
राहतकर्मियों की आंखें भी नम हो गईं
मौके पर पहुंचे राहत और बचाव दल ने तुरंत ऑपरेशन शुरू किया। मलबे से शवों को बाहर निकाला जाने लगा और हादसे के कारणों की जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इसी बीच मलबे से एक ऐसा दृश्य सामने आया जिसने सभी को हैरान कर दिया और राहतकर्मियों की आंखें भी नम हो गईं। पूरी तरह जल चुके प्लेन के मलबे के बीच से भगवद गीता की किताब और भगवान लड्डू गोपाल की एक छोटी मूर्ति बिल्कुल सुरक्षित हालत में बरामद हुईं। न तो गीता के पन्नों को कोई खरोंच आई और न ही मूर्ति पर कोई निशान नजर आया।
दोनों को अपने साथ लंदन ले जा रही थीं
जांच में पता चला कि यह दोनों वस्तुएं विमान में सवार जयश्री पटेल नाम की महिला के हैंडबैग में थीं। जयश्री पटेल इन दोनों को अपने साथ लंदन ले जा रही थीं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और लोग इसे आस्था का चमत्कार और ईश्वर की लीला बता रहे हैं। विमान हादसे की जांच DGCA और एयरलाइंस की स्पेशल टीम कर रही है। शुरुआती रिपोर्ट्स में तकनीकी खराबी और इंजन फेल्योर को संभावित कारण माना जा रहा है। प्रधानमंत्री ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों के लिए संवेदना व्यक्त की है और जांच के आदेश दिए हैं। राज्य सरकार ने भी मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
