आदि कर्मयोगी अभियान: दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

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निर्मल अग्रवाल ब्यूरो चीफ मुंगेली 8959931111

मुंगेली- कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जनजातीय समाज को सशक्त, आत्मनिर्भर और विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से जिले में दो दिवसीय ‘‘आदि कर्मयोगी अभियान’’ प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ।

प्रशिक्षण अभियान के द्वितीय दिवस पर आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त महेन्द्र खाण्डेकर ने जानकारी दी कि लोरमी विकासखंड के अंतर्गत कुल 28 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों का चयन किया गया है। इन ग्रामों में ग्रामस्तर पर दस्तावेज तैयार कर समग्र ग्राम विकास की कार्ययोजना बनाई जाएगी। इसके लिए जनपद सभा कक्ष लोरमी में विशेष ब्लॉक प्रोसेस लैब का संचालन किया जा रहा है।

स्वास्थ्य, शिक्षा व योजनाओं की पहुँच सुनिश्चित करना उद्देश्य

सहायक आयुक्त श्री खाण्डेकर ने बताया कि जनजातीय समाज तक स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, स्वच्छता, आजीविका तथा अन्य शासकीय योजनाओं की समग्र पहुँच को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं न केवल सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में सहायक होंगी बल्कि जनजातीय समाज में जागरूकता बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएंगी।

सामुदायिक सहभागिता से बनेगा विजन डॉक्यूमेंट

आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि इस प्रशिक्षण में प्रतिभागी ब्लॉक स्तरीय टीमें सामुदायिक सहभागिता को आधार बनाकर विजन डॉक्यूमेंट तैयार करेंगी। यह विजन डॉक्यूमेंट संबंधित ग्रामों के सतत और समग्र विकास का रोडमैप होगा, जिससे आने वाले समय में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सांस्कृतिक संरक्षण के क्षेत्रों में ठोस सुधार किए जा सकेंगे।

मास्टर ट्रेनर्स ने दी दिशा

प्रशिक्षण सत्र को मास्टर ट्रेनर सुनील राठौर एवं डॉ. मनीष बंजारा ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस अभियान से जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता, पोषण स्तर में वृद्धि, स्वच्छता अभियान को गति, रोजगार सृजन और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण जैसे क्षेत्रों में व्यापक बदलाव देखने को मिलेंगे।

विभिन्न विभागों की रही सहभागिता

इस दो दिवसीय ब्लॉक स्तरीय प्रोसेस लैब में स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, कृषि विभाग, शिक्षा विभाग सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी एवं मास्टर ट्रेनर्स उपस्थित रहे। सभी ने अपने-अपने अनुभव और सुझाव साझा करते हुए जनजातीय समाज के उत्थान में सक्रिय भागीदारी निभाने का संकल्प लिया।

जनजातीय समाज के लिए नई आशा

‘‘आदि कर्मयोगी अभियान’’ जनजातीय समाज के लिए विकास की एक नई राह खोलता है। इस अभियान के माध्यम से न केवल योजनाओं की जानकारी और लाभ घर-घर तक पहुँचेंगे बल्कि ग्रामीणों की भागीदारी से विकास की नई कहानियाँ भी लिखी जाएंगी। जिले के प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि यह पहल आने वाले वर्षों में जनजातीय समुदायों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

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Author: Deepak Mittal

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