10 तक लोगों से वसूले लाखों, रजिस्ट्री न कर पैसे भी दबाए; एसपी के दखल के बाद FIR के निर्देश, शहर में जोरदार हलचल
जमीन दिखाकर बड़ी ठगी का खुलासा, एसपी कार्यालय पहुंचे पीड़ित
राजनांदगांव। शहर में जमीन दिखाकर धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। सहदेव नगर निवासी सईद खान पर लंबे समय से लोगों को फर्जी प्लॉट दिखाकर लाखों रुपये ठगने का आरोप लगा है। मंगलवार को इस ठगी के शिकार कई लोग एसपी कार्यालय पहुंचे और FIR दर्ज करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
पीड़ित नोमेश वर्मा ने बताया कि वर्ष 2019 में सईद खान ने उन्हें लखोली बाईपास के पास 5000 स्क्वायर फीट का प्लॉट दिखाया था। सौदे का एग्रीमेंट कर 6 लाख रुपये ले लिए गए, लेकिन रजिस्ट्री के नाम पर लगातार टालमटोल की जाती रही। कई बार पैसे मांगने पर भी रकम वापस नहीं की गई।
एक अन्य शिकायतकर्ता निरंकार पलाई ने भी सईद खान पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सईद ने 1000 स्क्वायर फीट जमीन के नाम पर उनसे 2.30 लाख रुपये चेक और फोनपे से ले लिए, लेकिन बाद में रजिस्ट्री नहीं कराई और पैसे लौटाने से भी इनकार कर दिया।
बार-बार शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने कई बार थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन आरोपी लगातार कार्रवाई से बचता रहा। कुछ मामलों में उसने लिखित आश्वासन भी दिया, फिर भी ना पैसे लौटाए और न ही रजिस्ट्री कराई।
पीड़ितों के मुताबिक, करीब 8–10 लोगों से इसी तरह जमीन दिखाकर ठगी की गई है। हैरानी की बात यह है कि जिसकी जमीन दिखाकर सौदा किया जाता था, वह जमीन सईद खान की बताई ही नहीं जाती।
एसपी ने लिया संज्ञान, FIR के निर्देश
मामला एसपी अंकिता शर्मा के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल FIR दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी दस्तावेजों और एग्रीमेंट की तस्दीक के बाद आरोपी पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
पूरे शहर में चर्चा– जमीन सौदों पर उठ रहे सवाल
इस घटना ने राजनांदगांव में जमीन खरीद-फरोख्त से जुड़े मामलों को लेकर नई चिंता खड़ी कर दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि बिना दस्तावेजों की पुष्टि और रजिस्ट्री की जांच के किसी भी सौदे में पैसे देना जोखिमभरा साबित हो सकता है।
पीड़ितों ने प्रशासन से सईद खान को जल्द गिरफ्तार करने तथा ठगी की गई रकम की वसूली सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि उन्हें न्याय मिल सके और भविष्य में इस तरह की ठगी पर रोक लगे।
Author: Deepak Mittal









