दिल्ली में हवा ‘खतरनाक’ स्तर पर, कई इलाके बने गैस चैम्बर

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

AQI Severe श्रेणी में पहुंचा, रहने वालों के लिए बढ़ा स्वास्थ्य संकट

दिल्ली। सर्दियों के साथ राजधानी की हवा फिर जहरीली हो गई है। प्रदूषण का स्तर इस कदर बढ़ गया है कि दिल्ली के कई इलाके गैस चैम्बर में बदल गए हैं। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) कई क्षेत्रों में ‘Severe’ श्रेणी में पहुंचकर 400 के पार जा चुका है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह हवा सामान्य व्यक्ति की फेफड़ों की क्षमता को तेजी से नुकसान पहुंचा सकती है।

दिल्ली में बढ़ते औद्योगिक धुएं, भारी ट्रैफिक, निर्माण कार्य, पराली जलने और ठंडी हवाओं के कारण प्रदूषण का स्तर लगातार बिगड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग और डॉक्टरों ने निवासियों को अनावश्यक बाहर न निकलने और मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य रूप से करने की सलाह दी है।


सबसे प्रभावित इलाके: कहाँ कितना AQI?

बवाना – 420 AQI (सबसे खतरनाक स्तर)
बवाना में हवा की गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब हो गई है। भारी उद्योगों और फैक्टरियों के धुएं ने इलाके को सबसे प्रदूषित बना दिया है। डॉक्टर फेफड़ों पर गंभीर प्रभाव की चेतावनी दे रहे हैं।

वज़ीरपुर – 385 AQI
यहां छोटे उद्योग और ट्रैफिक प्रदूषण की मुख्य वजह हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह हवा बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा रोगियों के लिए बेहद खतरनाक है।

अलीपुर – 372 AQI
हाईवे पर दौड़ते भारी वाहनों का धुआं और आसपास की पराली जलाने का सीधा असर यहां देखने को मिलता है। लोगों को सुबह की सैर से बचने की सलाह दी गई है।

आरके पुरम – 334 AQI
यहां PM2.5 और PM10 दोनों स्तर बेहद खतरनाक स्थिति में हैं। वैज्ञानिकों ने बताया कि इतनी दूषित हवा में सांस लेना 12 सिगरेट पीने के बराबर है।

पटपरगंज – 355 AQI
इलाके में फैक्ट्रियों और वाहनों की संख्या ने हवा को और जहरीला बना दिया है। बच्चों और बुजुर्गों के बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।

बुराड़ी – 348 AQI
सर्दी बढ़ने के साथ हवा नीचे बैठ रही है, जिससे प्रदूषण का असर और तेज हो गया है।

विवेक विहार – 340 AQI
यहां सड़क की धूल, निर्माण की मिट्टी और जाम ने हवा को अत्यधिक प्रदूषित कर दिया है।


दिल्ली को कब मिलेगी राहत?

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान बढ़ने, हवा चलने और प्रदूषण फैलाने वाले स्रोतों पर कड़ी रोक लगने के बाद ही सुधार संभव है। फिलहाल राहत की कोई संभावना जल्द दिखाई नहीं देती।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों के लिए विशेष एहतियात जारी किए हैं—

  • मास्क पहनकर ही बाहर निकलें

  • अनावश्यक ट्रैवल से बचें

  • घरों में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें

  • पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं

  • बच्चों और बुजुर्गों को प्रदूषण से दूर रखें

राजधानी की जहरीली हवा लोगों के स्वास्थ्य पर सीधा हमला कर रही है, ऐसे में सतर्क रहना ही फिलहाल सबसे बड़ा उपाय है।

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Comment

Leave a Comment