निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
सरगांव- तेज रफ्तार वाली सड़कों पर हर पल छिपा खतरा बन जाता है, लेकिन सरगांव पुलिस ने अब आम जनता को जागृत करने का बीड़ा उठाया है। सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए, पुलिस ने नगर और आसपास के इलाकों में एक व्यापक यातायात जागरूकता अभियान छेड़ दिया। इस अभियान के तहत पुलिसकर्मियों ने राहगीरों, चालकों और पैदल यात्रियों से सीधा संवाद किया, उन्हें हेलमेट और सीट बेल्ट के बिना किसी समझौते के उपयोग की याद दिलाई।
ओवरस्पीडिंग की लत छोड़ने, नाबालिगों को वाहन की चाबी न सौंपने और शराब के नशे में गाड़ी न चलाने की सख्त हिदायतें दी गईं।पुलिस का कहना है कि यातायात नियमों का पालन सिर्फ कानूनी बंधन नहीं, बल्कि अपने और अपनों की जिंदगी की ढाल है। एक पल की लापरवाही पूरे परिवार को सदमे में डाल सकती है, जो कभी न मिटने वाला दर्द बन जाता है।

अभियान के दौरान पुलिस ने सैकड़ों पर्चे बांटे, जिनमें सरल भाषा में नियमों की महत्ता बताई गई। लोगों से न सिर्फ पालन की अपेक्षा की, बल्कि सुरक्षित समाज गढ़ने में सक्रिय सहयोग की भी गुजारिश की।
विभाग ने चेतावनी भी जारी की कि नियमों की अवहेलना करने वालों पर अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी – जुर्माना हो या अन्य कार्रवाई, सख्ती तय है। सरगांव थाना प्रभारी संतोष शर्मा ने अभियान के समापन पर कहा, “आपकी सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। यातायात नियमों का सख्ती से पालन करें, ताकि हम सब मिलकर एक सुरक्षित भविष्य का निर्माण कर सकें।”
मुख्य अपीलें जो हर चालक को याद रखनी चाहिएं
🔹हेलमेट और सीट बेल्ट-हमेशा पहनें, ये आपकी पहली रक्षा रेखा हैं।
🔹मोबाइल फोन: वाहन चलाते समय हाथ न लगाएं, ये दुर्घटना का बड़ा कारण है।
🔹ट्रैफिक सिग्नल और चिन्ह: इन्हें कभी नजरअंदाज न करें, ये सड़क के नियम हैं।
🔹लाइसेंस के बिना ड्राइविंग: बिना वैध लाइसेंस वाहन न चलाएं, ये जोखिम भरा है।
🔹नाबालिगों को वाहन: बच्चों को कभी वाहन न सौंपें, उनकी सुरक्षा पहले।
सरगांव पुलिस की यह अपील न सिर्फ जागरूकता फैला रही है, बल्कि एक सुरक्षित यात्रा संस्कृति को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। जनता से उम्मीद है कि वे इस संदेश को अपनाकर सड़कों को और सुरक्षित बनाएंगे।
Author: Deepak Mittal









