निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
सरगांव – क्या आप हाट बाजार में सब्जियां या अन्य सामान खरीदने जा रहे हैं? अगर हां, तो रुकिए और जांचिए कि आपका मोबाइल कहां रखा है। अगर यह आपकी ऊपरी जेब में है, तो सतर्क हो जाएं, क्योंकि चोरों की नजर इसी पर टिकी हो सकती है। बाजार से लौटते समय चंद सेकंडों में आपका मोबाइल गायब हो सकता है, और तब आपको एहसास होगा कि 20 रुपये का टमाटर आपको 20 हजार रुपये का पड़ गया।
थैला भरा, लेकिन जेब खाली
नगर पंचायत सरगांव में सोमवार और शुक्रवार को हाट बाजार लगता है। आसपास के मनियारी, बैतलपुर और अन्य गांवों में भी अलग-अलग दिनों में बाजार लगने लगे हैं, लेकिन सरगांव का बाजार क्षेत्र का केंद्र बिंदु होने से सबसे बड़ा और मुख्य है। यहां क्षेत्रवासी सब्जियां और अन्य जरूरी सामान खरीदने आते हैं। आज मोबाइल मूलभूत आवश्यकता बन चुका है, इसलिए लोग इसे साथ लेकर जाते हैं। खरीदारी के बाद उनका थैला तो भर जाता है, लेकिन जेब खाली हो जाती है, क्योंकि चोरों ने मोबाइल चुरा लिया होता है।
चोरों की चाल,नागरिक बेहाल
हाट बाजारों में मोबाइल चोरी की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। चोर भीड़ का फायदा उठाकर आसानी से वारदात को अंजाम देते हैं। ये शातिर चोर संगठित गिरोह के रूप में काम करते हैं, जो नगर और आसपास के बाजारों में चोरी की घटनाएं कर रहे हैं। नागरिक इससे परेशान हैं, जबकि चोर अपनी चालबाजियों से लगातार सफल हो रहे हैं। इस समस्या को रोकने के लिए व्यक्तिगत, तकनीकी और सामुदायिक स्तर पर प्रभावी कदम उठाए जा सकते हैं।
व्यक्तिगत सावधानियां और त्वरित कदम
मोबाइल चोरी के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए नागरिकों को सबसे पहले व्यक्तिगत सावधानियां बरतनी होंगी। चोरी होने पर तुरंत कार्रवाई से चोरों को रोका जा सकता है।
🔹बाजार जाते समय फोन को जेब में न रखें, बल्कि सुरक्षित बैग या पाउच में रखें।
🔹मजबूत पासकोड, फिंगरप्रिंट लॉक और ऑटो-लॉक फीचर का उपयोग करें।
🔹संवेदनशील डेटा जैसे बैंक डिटेल्स को फोन में सेव न करें।
🔹चोरी होने पर तुरंत पुलिस में एफआईआर दर्ज कराएं और संचार साथी पोर्टल से आईएमईआई ब्लॉक कराएं।
🔹सिम ब्लॉक करवाएं और बैंक अकाउंट फ्रीज करें, ताकि साइबर फ्रॉड रोका जा सके।
🔹”फाइंड माय डिवाइस” (एंड्रॉयड) या “फाइंड माय आईफोन” (आईओएस) को सक्रिय रखें, जिससे फोन को रिमोटली लॉक या डेटा डिलीट किया जा सके।
सीसीटीवी, सेंसर और पुलिस गश्त की मांग
स्थानीय नागरिकों और क्षेत्रवासियों ने तकनीकी और प्रशासनिक सहयोग से समस्या का समाधान मांगा है। वे बाजार क्षेत्र में सस्ते सोलर-पावर्ड सीसीटीवी लगाने की मांग कर रहे हैं, जो मोशन डिटेक्ट कर अलर्ट भेजें। इससे चोरी रोकने में मदद मिलेगी। साथ ही, मोशन-सेंसर लाइट्स और अलार्म सिस्टम लगाए जाने चाहिए, जो चोरों को मुश्किल में डालें। स्थानीय विक्रेताओं के साथ वॉच ग्रुप बनाया जाए, जहां संदिग्ध गतिविधियां साझा की जा सकें। बाजार के दिनों में पुलिस गश्त बढ़ाने की भी मांग है, ताकि कड़ी रोकथाम हो सके।
सीईआईआर पोर्टल से रिकवरी दर में उल्लेखनीय वृद्धि
केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर (सीईआईआर) पोर्टल ने मोबाइल चोरी और गुमशुदगी के मामलों में रिकवरी दर को काफी बढ़ाया है। यह सरकारी पहल आईएमईआई नंबर के आधार पर फोन को ब्लॉक करती है, जिससे चोरों के लिए उपयोग मुश्किल हो जाता है और पुलिस को ट्रैकिंग आसान होती है। मई 2023 से अब तक देशभर में 50 लाख शिकायतें मिलीं, जिनमें 31 लाख फोन ब्लॉक किए गए और 19 लाख का पता लगाया जा चुका है। फिर भी, रिकवरी दर बढ़ाने और नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए फिजिकल सर्च की जरूरत है।
व्यक्तिगत, तकनीकी और सामुदायिक उपायों से मोबाइल चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है, जिससे नागरिक सुकून से विकसित भारत के निर्माण में योगदान दे सकें।

Author: Deepak Mittal
