बस्तर। जिले के बकावंड विकासखंड स्थित माध्यमिक शाला उलनार में मिड-डे मील की गंभीर अनियमितताओं ने शिक्षा विभाग की पोल खोल दी है। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद हुई जांच में शिक्षा विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर पाया कि बच्चों को दिया जा रहा भोजन न केवल घटिया था, बल्कि पोषण के बुनियादी मानकों से भी कोसों दूर था।
जांच में सामने आया कि बच्चों को आलू-बड़ी की सब्जी बिना तेल और मसाले के परोसी जा रही थी। कई दिनों से बिना प्याज वाली सब्जी दी जा रही थी। बच्चों ने अधिकारियों को बताया कि उन्होंने कभी अचार और पापड़ तक चखने की कल्पना नहीं की थी। कई बच्चों ने तो यहां तक कहा कि उन्हें आज तक स्कूल में भरपेट भोजन नहीं मिला।
स्कूल परिसर की स्थिति भी बेहद चिंताजनक पाई गई। चारों ओर उगी घास और फैली गंदगी ने यह साफ कर दिया कि बच्चों के खान-पान के साथ-साथ उनकी सुरक्षा को लेकर भी भारी लापरवाही बरती जा रही है।
इन गंभीर खामियों पर शिक्षा विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों और शिक्षकों पर कार्रवाई की है। बीईओ डेसनाथ पांडे, बीआरसी सोनसिंह बघेल, संकुल समन्वयक पवन कुमार समरथ, प्रधान पाठक सुनीता कश्यप, शिक्षिका अलका कुरुवंशी, पदमा कश्यप और विमला झलके की वेतन वृद्धि रोकने का आदेश जारी किया गया है।

Author: Deepak Mittal
