रायपुर, 13 सितम्बर 2025 – छत्तीसगढ़ ने महिलाओं के सशक्तिकरण में एक नई मिसाल कायम की है। महतारी वंदन योजना और स्वरोजगार से जुड़ी अन्य योजनाओं के माध्यम से राज्य की महिलाएँ अब अपने फैसले खुद ले रही हैं और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की राह पर हैं।
1 मार्च 2024 से लागू महतारी वंदन योजना ने 69.15 लाख महिलाओं को 12,376.19 करोड़ रुपए का भुगतान किया, जिससे उनकी रोजमर्रा की जरूरतों और पोषण में सुधार हुआ। इसके अलावा, सिलाई मशीन सहायता, दीदी ई-रिक्शा योजना, मिनीमाता महतारी जतन योजना, नोनी सशक्तिकरण योजना और सक्षम ऋण जैसी योजनाओं ने महिलाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए सशक्त बनाया।
सरकार ने महिला सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी है। नवाबिहान योजना, वन-स्टॉप सेंटर और हेल्पलाइन सेवाओं के माध्यम से महिलाओं को त्वरित कानूनी, चिकित्सा और परामर्श सहायता मिल रही है। शुचिता योजना और हाई स्कूल छात्राओं के लिए साइकिल वितरण जैसी पहलों ने शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार को सुनिश्चित किया है।
200 करोड़ रुपए की लागत से नवा रायपुर में बन रहे यूनिटी मॉल में महिला समूहों के उत्पादों की बिक्री से उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान भी मिल रही है। इन सभी कदमों ने छत्तीसगढ़ में महिला सशक्तिकरण को केवल घोषणा नहीं, बल्कि वास्तविक बदलाव में बदल दिया है।

Author: Deepak Mittal
