जे के मिश्र
जिला ब्यूरो चीफ
नवभारत टाइम्स 24*7in बिलासपुर
बिलासपुर। जोंगीपुर क्षेत्र स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य मनीष वर्मा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। पहले महिला शिक्षिकाओं से अभद्रता और छात्रों से दुर्व्यवहार के आरोप लगे, फिर पुलिस केस दर्ज हुआ। अब उन्होंने स्कूल के शिक्षकों को व्हाट्सएप ग्रुप में “चोर” कहकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। शिक्षकों में इस बात को लेकर भारी आक्रोश है और शिक्षा विभाग से सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।
मामले की शुरुआत तब हुई जब एक महिला शिक्षिका ने मनीष वर्मा पर अशोभनीय टिप्पणी और छेड़छाड़ का आरोप लगाया। पुलिस में FIR दर्ज हुई और जिला शिक्षा अधिकारी स्तर पर जांच भी शुरू की गई। उसी दौरान एक छात्रा ने भी शिकायत दर्ज करवाई कि प्राचार्य ने उसे अनुचित तरीके से छूने की कोशिश की। इन मामलों में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से आक्रोश और गहराता जा रहा है।
कलेक्टर, एसपी और डीईओ को बताया “चोर”
नवीनतम मामले में मनीष वर्मा ने शिक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुप में एक विवादित संदेश डालते हुए जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों—कलेक्टर, एसपी और जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ)—को भी “चोर” कह दिया। यह मैसेज समूह में तेजी से वायरल हुआ और अब शिक्षक वर्ग में इसकी तीखी प्रतिक्रिया हो रही है।
पहले भी की गईं आपत्तिजनक टिप्पणियां
सूत्रों के मुताबिक, प्राचार्य वर्मा पहले भी शिक्षिकाओं और महिला कर्मियों को लेकर सार्वजनिक रूप से आपत्तिजनक टिप्पणियां कर चुके हैं। एक शिक्षिका ने जब इसकी शिकायत की, तो उस पर भी कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई। लगातार ऐसे रवैये से नाराज़ शिक्षक संघ ने विभाग से कार्रवाई की मांग की है।
शिक्षा विभाग पर उठे सवाल
लगातार मिल रही शिकायतों और गंभीर आरोपों के बावजूद अब तक सख्त कदम नहीं उठाने पर विभागीय कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि अगर ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो इससे छात्रों और शिक्षकों दोनों के मनोबल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
शिक्षक संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द इस मामले में उच्चस्तरीय जांच नहीं करवाई गई, तो वे आंदोलन की राह अपनाएंगे।

Author: Deepak Mittal
