महासमुंद :छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयंती वर्ष के ऐतिहासिक अवसर पर, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ग्राम पंचायत बेमचा में ‘महतारी मेगा हेल्थ कैम्प’ का सफल आयोजन किया गया।
इस शिविर का मूल उद्देश्य था:
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ग्रामीण महिलाओं, किशोरियों और बच्चों को
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निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ना
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और कुपोषण के प्रति जागरूकता फैलाना।
स्वास्थ्य जांच और सशक्तिकरण का मिला अवसर
📌 60 किशोरी बालिकाओं का सिकलिंग एवं हीमोग्लोबिन टेस्ट किया गया, ताकि उनके शरीर में रक्त की स्थिति और सिकल सेल से जुड़ी संभावनाओं का आकलन किया जा सके।
📌 29 गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की विशेष जांच कर उन्हें समुचित उपचार से जोड़ा गया।
📌 204 हितग्राही – जिनमें गर्भवती महिलाएं, माताएं और बच्चे शामिल थे – विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित हुए।
जिम्मेदारों की मौजूदगी और संदेश
इस विशेष शिविर में जनपद सदस्य श्रीमती संगीता राहुल चंद्राकर, सारेंच देवेंद्र चंद्राकर, परियोजना अधिकारी श्री शैल नाविक, सुपरवाइजर शीला प्रधान, कुंती यादव, स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर, ANM और ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों की अहम भूमिका रही।
🔸 संगीता चंद्राकर ने कहा –
“छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष सिर्फ उत्सव नहीं, सेवा का अवसर है। हम चाहते हैं कि स्वास्थ्य सुविधाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे – यही हमारे अभियान का लक्ष्य है।”
जनता की प्रतिक्रिया – “ऐसे कैंप बदल सकते हैं गांव की तस्वीर!”
शिविर का लाभ लेने आई महिलाओं और किशोरियों ने कहा:
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उन्हें पहली बार इस तरह व्यापक जांच और समय पर परामर्श मिला।
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ऐसी पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य जागरूकता और भरोसा दोनों बढ़ता है।
एक कदम और… ‘स्वस्थ छत्तीसगढ़ – समृद्ध छत्तीसगढ़’ की ओर
बेमचा में आयोजित यह हेल्थ कैंप केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि उस संकल्प की अभिव्यक्ति है जो छत्तीसगढ़ सरकार ने ‘स्वस्थ नागरिक – सबल राज्य’ के लिए लिया है।

Author: Deepak Mittal
