22 अगस्त को प्रदर्शन के दौरान बिजली कंपनी अधिकारी को धमकी देने के मामले को लेकर कंपनी अधिकारी-कर्मचारी संगठन ने की थी कार्रवाई की मांग
रतलाम से इमरान खान की रिपोर्ट
रतलाम जिले के जावरा में करणीसेना प्रमूख जीवन सिंह पर एफआईआर दर्ज नहीं हो, इसलिए बिजली उपभोक्ता मैदान में उतर आए जावरा में स्मार्ट बिजली मीटर को लेकर चल रहा विवाद खत्म नहीं हो रहा है।
पहले अधिक राशि के बिल थमाने, फिर स्मार्ट मीटर बदलवाने और 22 अगस्त को बिल जमा के दौरान सर्वर ठप होने से राशि लेकर डायरी में इंट्री करने और स्लीप नहीं देने को लेकर बिजली पीड़ित उपभोक्ता संघर्ष समिति ने बिजली कंपनी कार्यालय में प्रदर्शन किया था। उस दिन बिजली कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी ऑफिस बंद करके थाने पहुंच गए थे और समिति के तीन लोगों पर अनावश्यक परेशान करने, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का आवेदन दिया था।
इसके बाद उपभोक्ता समिति सदस्यों के आव्हान पर करणीसेना परिवार प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर भी मौके पर पहुंचे। जीवन सिंह और बिजली कंपनी अधिकारियों के बीच काफी तीखी नोक-झोक हो गई थी। अगले दिन 23 अगस्त को जिलेभर के बिजली कंपनी अधिकारी-कर्मचारी रतलाम में इकट्ठा हुए और एसपी के नाम सीएसपी को ज्ञापन दिया। उसमें कहा था कि जीवन सिंह ने खुलेआम बिजली अधिकारी-कर्मचारियों के साथ मारपीट करने की धमकी दी है। जिसके वीडियो तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो रहे है।
जीवन सिंह के खिलाफ कार्रवाई करें। इसके बाद एफआईआर का खतरा मंडराने लगा।
बिजली कंपनी अधिकारी-कर्मचारियों के रतलाम में दिए उसी ज्ञापन के बाद अब 27 अगस्त 2025 को जावरा में बिजली पीड़ित उपभोक्ता संघर्ष समिति ने कई उपभोक्ताओं के साथ सीएसपी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। सीएसपी युवराज सिंह चौहान और सिटी थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह जादौन को ज्ञापन दिया। इसमें जीवन सिंह शेरपुर का समर्थन करते हुए कहा कि बिजली कंपनी उपभोक्ताओं की समस्या निराकरण नहीं कर रही है। 22 अगस्त को भी कुछ अधिकारियों ने महिला उपभोक्ता के साथ अभद्रता की थी। इसलिए हमारे बुलाने पर या समर्थन में कई समाजसेवी वहां आए और हमारे साथ खड़े हुए। जीवन सिंह शेरपुर भी उपभोक्ताओं के हित में बोलने आए थे। उनके खिलाफ बिजली कंपनी अधिकारियों ने एफआईआर का झूठा आवेदन दिया है। उसे निरस्त करें और कोई कार्रवाई नहीं करें। सीएसपी चौहान ने ज्ञापन लेकर जांच की बात कही है।

Author: Deepak Mittal
