रायपुर।छत्तीसगढ़ पुलिस के एक जांबाज़ अफसर लक्ष्मण केंवट को उनकी वीरता और नक्सलियों के खिलाफ असाधारण सफलता के लिए देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों में से एक – शौर्य चक्र से राष्ट्रपति सम्मानित करेंगी।
लक्ष्मण केंवट, जो वर्तमान में पखांजूर थाना प्रभारी (टीआई) हैं, अब तक 36 से अधिक ऑपरेशनों में भाग लेकर 92 खूंखार नक्सलियों का सफाया कर चुके हैं। उनका लक्ष्य है – 100 नक्सलियों को ढेर करना, और वो अब सिर्फ 8 कदम दूर हैं।
“या डर कर लौट जाऊं, या लड़ कर कुछ बदल दूं!”
2012 में जब पहली बार बस्तर की धरती पर कदम रखा, तो वहां के हालात देख रोंगटे खड़े हो गए। दो ही रास्ते थे – नौकरी छोड़ देना या मौत के साये में रहते हुए नक्सलियों का सामना करना। उन्होंने दूसरा रास्ता चुना, और तब से पीछे मुड़कर नहीं देखा।
बुलेट पर लिखी जाती है वीरता की गिनती
हर सफल ऑपरेशन के बाद लक्ष्मण अपनी बुलेट पर मारे गए नक्सलियों की संख्या खुद लिखवाते हैं। फिलहाल उनकी बुलेट पर लिखा है – “अब तक 83…”, लेकिन असल में आंकड़ा 92 तक पहुंच चुका है। लक्ष्मण कहते हैं, “इतनी तेजी से ऑपरेशन हुए कि अपडेट ही नहीं कर पाया…”
सबसे बड़ा ऑपरेशन: 29 नक्सली ढेर
16 अप्रैल 2023, कलपर की पहाड़ी में उन्होंने 187 जवानों की टीम का नेतृत्व करते हुए 29 नक्सलियों को घेरा और ढेर किया। इस एक कार्रवाई ने पूरे बस्तर पुलिस का मनोबल आसमान पर पहुंचा दिया।
हाल ही में मानपुर ऑपरेशन में उन्होंने दो बड़े नक्सली कमांडर – विजय रेड्डी और लोकेश सलाम को भी ढेर कर दिया।
अब देश करेगा सलाम
अपने साहस और संकल्प की वजह से लक्ष्मण केंवट को अब राष्ट्रपति भवन में शौर्य चक्र से नवाजा जाएगा। ये न सिर्फ उनके लिए, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और देश के लिए गर्व की बात है।

Author: Deepak Mittal
