रायपुर।
छत्तीसगढ़ की विधायक भावना बोहरा इन दिनों आध्यात्मिक रंग में रंगी नजर आ रही हैं। काँवड़ यात्रा के पांचवें दिन, उन्होंने खुद काँवड़ उठाकर मोहतरा से डोंगरिया महादेव तक की यात्रा शुरू की और भोलेनाथ के चरणों में छत्तीसगढ़ की समृद्धि और प्रदेशवासियों की सुख-शांति की कामना की।
भावना बोहरा ने सोशल मीडिया पर अपने आध्यात्मिक भाव साझा करते हुए बताया कि भारी बारिश के बावजूद काँवड़ यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ। सभी ने मिलकर महादेव को जल अर्पित करने के लिए अगली यात्रा का चरण शुरू किया।
🔱कांवड़ यात्रा पांचवा दिन : माँ नर्मदा मंदिर अमरकंटक से भोरमदेव मंदिर तक 151 किलोमीटर🚩
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥आज छत्तीसगढ़ वासियों की सुख-समृद्धि एवं प्रदेश की खुशहाली की मन मे कामना लिए मोहतरा से डोंगरिया… pic.twitter.com/rz2nZ736fO
— Bhawna Bohra (@BhawnaBohrabjp) July 25, 2025
“यह सिर्फ यात्रा नहीं, सनातन संस्कृति का लोक-उत्सव है”
भावना बोहरा ने कहा कि
“कांवड़ यात्रा महज एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि यह सनातन संस्कृति का जीवंत स्वरूप है। यह समानता, एकता और श्रद्धा का प्रतीक है। जब हर ओर भगवा लहराता है, तो वह सिर्फ़ रंग नहीं होता, बल्कि हमारी सांस्कृतिक चेतना की अभिव्यक्ति होता है।”
उन्होंने प्रदेशवासियों के लिए प्रार्थना की कि भोलेनाथ की कृपा से सबके जीवन में शांति, समृद्धि और कल्याण बना रहे।
कांवड़ यात्रा बना जनसांस्कृतिक आंदोलन
कांवड़ यात्रा अब सिर्फ धार्मिक कर्मकांड न रहकर एक जनआंदोलन और सामाजिक एकता का माध्यम बन चुकी है, जहां आस्था, भक्ति और भाईचारा एक साथ चलते हैं।
Author: Deepak Mittal









