रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में उद्योग-धंधों के लिए तेजी से अनुकूल माहौल तैयार हो रहा है, और इसका श्रेय राज्य सरकार की जनकल्याणकारी और दूरदर्शी नीतियों को जाता है। रायपुर में आयोजित डॉ. आंबेडकर बिजनेस कॉन्क्लेव एवं एक्सीलेंस अवॉर्ड्स में मुख्यमंत्री साय ने यह बात कही। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश को लगभग 5.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं।
इस आयोजन का उद्देश्य SC-ST वर्ग के नव उद्यमियों को प्रोत्साहित करना और उन्हें व्यवसाय के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का मंच देना था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अकेले पावर सेक्टर में ही 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है। रायपुर में AI डेटा सेंटर और सेमीकंडक्टर निर्माण इकाइयों की स्थापना इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश में औद्योगिक संभावनाएं निरंतर बढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा, “हमारी नई औद्योगिक नीति ने प्रदेश में औद्योगिक क्रांति का मार्ग प्रशस्त किया है। अब देश के बड़े मेट्रो शहरों में इंडस्ट्रियल समिट आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का ध्यान छत्तीसगढ़ की ओर आकर्षित हो रहा है।”
मुख्यमंत्री ने SC-ST समुदाय के नव उद्यमियों को सम्मानित कर उनका हौसला भी बढ़ाया। इस अवसर पर दलित चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) के फाउंडर चेयरमैन पद्मश्री डॉ. मिलिंद कांबले ने राज्य में उद्यमिता के लिए 360 डिग्री अप्रोच की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उद्यमियों को उच्च प्रबंधन, तकनीक, वित्तीय सहायता, सब्सिडी और मार्केट लिंकेज जैसी सुविधाओं तक शीघ्र और समग्र पहुंच मिलनी चाहिए।
इस अवसर पर डिक्की के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि कुमार नर्रा, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, पश्चिम क्षेत्र प्रमुख संतोष कांबले, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव डांगी, स्टेट प्रेसिडेंट अभिनव सत्यवंशी सहित 800 से अधिक SC-ST उद्यमी उपस्थित रहे।
