Surat Fire: गुजरात के सूरत में शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट में 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि पर आग से ऐसा तांडव मचा कि कपड़ा व्यापारी रातों-रात बर्बाद हो गए। वर्षों की मेहनत से करोड़पति बने और सैकड़ों दुकानों में एक साथ लगी आग के कारण महज 36 घंटे में रोड पर आ गए।
अब व्यापारियों को बस एक ही सवाल का जवाब चाहिए कि करोड़ों के नुकसान की भरपाई कैसे होगी?
वनइंडिया हिंदी से बातचीत में फेडरेशन ऑफ सूरत ट्रेड एंड टेक्सटाइल एसोसिएशन (FOSTTA ) अध्यक्ष कैलाश हाकिम ने सूरत कपड़ा बाजार अग्निकांड का दिल दहला देने वाला मंजर से लेकर करोड़ों के नुकसान की भरपाई की दिशा में उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताया। साथ ही उस प्लान का भी जिक्र जिससे शिव शक्ति मार्केट के आस-पास की अन्य दुकानों को आग की चपेट में आने से बचाया गया।
शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट सूरत में राजस्थान के कितने दुकानदार? (Rajasthan Businessman Shop in Surat)
FOSTTA अध्यक्ष कैलाश हाकिम ने बताया कि शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट सूरत के सबसे बड़े कपड़ा बाजार में से एक हैं। यहां पर कुल 834 दुकान हैं। इनमें अधिकांश दुकानें साड़ी व अन्य कपड़ों की है। 100 दुकान पैकिंग के सामान की हैं। शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट में 95 दुकानें राजस्थान के मारवाड़ी व्यापारियों की हैं। सबसे ज्यादा नुकसान भी इन्हीं को हुआ है।
Surat Textile Market Fire Reason: सूरत के कपड़ा बाजार में आग लगने की वजह क्या है?
कैलाश हाकिम के अनुसार महाशिवरात्रि से एक दिन पहले शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट की दुकान नंबर 544-45 में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी। आग पर महज एक घंटे में काबू पा लिया गया था। हालांकि करंट की चपेट में एक कर्मचारी की मौत हो गई थी। आग बुझाने के बाद बाजार को बंद करके सारे व्यापारी अपने घर चले गए थे। बड़ी आग तो अगले दिन लगी और पूरे बाजार को ही खाक कर डाला।
सूरत शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट खुलते ही लगी आग
26 फरवरी 2025 की सुबह रोजाना की सूरत शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट खुल ही रहा था। व्यापरियों व कर्मचारियों का आना शुरू हुआ ही था। गिनती की ही दुकानें खुली थीं। अचानक बाजार के ग्राउंड, चौथे व पांचवें फ्लोर पर एक के बाद एक करके शॉर्ट सर्किट होने लगा। देखते-देखते दुकानों से आग की लपटें उठने लगीं। पूरा बाजार आग की चपेट में आ गया।
सूरत में 834 में से 700 दुकानें पूरी तरह से जलकर राख हो गईं
आग लगने की वजह से सूरत के इस कपड़ा बाजार की 834 में से 700 दुकानें पूरी तरह से जलकर राख हो गईं। सामने वर्षों की मेहनत जलती रही और सड़क पर खड़े व्यापारी आंसू बहाते रहे। चाहकर भी कुछ नहीं कर पाए। आग इतनी भंयकर थी कि उन दुकानों में से कुछ भी नहीं निकाला जा सका। महज 134 दुकानें बच पाईं हैं। आगजनी व पानी पहुंचने की वजह से उनमें भी नुकसान हुआ है। उनके ढांचे की टेस्टिंग के बाद तय किया जा सकेगा कि वे खोलने लायक हैं या नहीं।
सूरत की दुकानों में लगी आग 36 घंटे बाद बुझी
कैलाश हाकिम कहते हैं कि महाशिवरात्रि की सुबह सूरत शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट में आग लगने की सूचना मिलने के 15 मिनट बाद ही वे और उनकी टीम मौके पर पहुंच गई थी। गुजरात प्रशासन की दमकल बुलाई गई। रिलायंस व अडानी के फायर फाइटर बुलाए गए। सबके तमाम प्रयासों के बावजूद आग बुझाने में 36 घंटे तक लग गए। तब तक तो दुकान और उनके रखा पूरा सामान जलकर राख हो गया था।
सूरत अग्निकांड में 1 करोड़ लीटर पानी बहाया गया
शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट में आग नहीं बुझी तक तक कैलाश हाकिम घर नहीं गए। उन 36 घंटों में इन्होंने दोहरी भूमिका निभाई। एक तो सैकड़ों दुकानों में लगी आग को बुझाना और दूसरी शिव शिक्त मार्केट के आस-पास छोटे-बड़े अन्य 100 मार्केट को आग से बचाना। वे मार्केट महज 40-40 फीट की दूरी पर थे। उन्हें बचाने के लिए दुकानों पर पहले ही पानी के पंप शुरू कर दिए ताकि उनकी तरफ आग पहुंचते ही बुझ जाए। पूरे अग्निकांड में 1 करोड़ लीटर पानी बहाया गया है।
Shiv Shakti Relief Fund Surat: एक घंटे में एकत्रित हुए 30 लाख रुपए
सूरत कपड़ा बाजार अग्निकांड से प्रभावित व्यापारियों की मदद के लिए 11 लोगों की कमेटी बनाई गई, जिसकी देखरेख शिव शक्ति रिलीफ फंड के नाम पर FINCO Bank के खाता खाला है। उसमें स्वेच्छा से रुपए जमा करवा सकते हैं। FOSTTA ) अध्यक्ष कैलाश हाकिम ने 11 लाख रुपए जमा करवाए हैं। अन्य का भी योगदान जारी है। शुरुआती एक घंटे में ही 30 लाख रुपए एकत्रित हो गए थे।
चार बिल्डर दुकानें देने को तैयार
शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट अग्निकांड में अपनी दुकानें खो चुके व्यापारियों की मदद के लिए सूरत के चार बिल्डर भी आगे आए हैं, जो शहर में स्थित अपने बाजारों में यहां के दुकानदारों को साल तक के बिना किसी मैनटेंनेंस व किराए के दुकान देने को तैयार हैं।
सूरत के व्यापारियों की सरकार से मांगें
सूरत आग हादसे के बाद आज 1 मार्च को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल (सूरत सांसद व गुजरात भाजपा प्रदेशाध्यक्ष), हर्ष रमेश संघवी मजूरा विधायक व गुजरात सरकार में गृह राज्य मंत्री ने अधिकारियों ने साथ मौके का जायजा लिया। पीड़ित व्यापारियों से मिले। व्यापार मंडल ने इनके सामने कई मांगें रखी हैं।
1.सरकार कोई ऐसी गाइडलाइन जारी करें, जिससे इंश्योरेंस कंपनियां पीड़ित दुकानदारों का क्लेम जल्द पास करें।
2. पीड़ित दुकानदारों को बैंकों से न्यूनतम दरों पर नया ऋण दिलाया जाए।
3. पुराने बकाया ऋण के भुगतान के लिए इन पीड़ित दुकानदारों पर दबाव नहीं बनाया जाए।
4. पीड़ित दुकानदारों को सरकार अपने स्तर पर कोई अनुदान प्रदान करें।
सबसे ज्यादा दुकान राजस्थान वालों की
कैलाश हाकिम कहते हैं कि सूरत में कपड़ों के व्यापार से जुड़ीं डेढ़ लाख दुकानें हैं। शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट अग्निकांड से 70 हजार व्यापारी प्रभावित हुए हैं। इनमें 50 हजार तो अकेले राजस्थान से हैं। यहां पर दुकानदारों में दूसरी सबसे बड़ी संख्या हरियाणा वालों की है।
