एक दिवसीय गोंडवाना गोड़ महासभा के संभाग स्तरीय विचार संगोष्ठी का हुआ आयोजन…
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली
सरगांव-केंद्रीय गोंडवाना गोंड महासभा पथरिया के तत्वाधान में एक दिवसीय गोंडवाना गोड महासभा का संभाग स्तरीय विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया | जिसकी शुरुआत सर्वप्रथम गोंडवाना के पेन शक्ति बुद्धदेव, प्रकृति शक्ति बड़ा ,देव 52 गढ़ के देवी देवता की पूजा पांच कलश की आरती के साथ किया गया lमहासभा के सभापति कौशल कुंजाम उपसभापति रामूलाल श्याम रहे lआए हुए समस्त सज्जनों, मातृ पितृ शक्तियों का दुनिया के अनमोल रतन पीले चावल से तिलक लगाकर स्वागत किया गया l स्वागत उद्बोधन जीवनलाल मरावी के द्वारा किया गया l
तत्पश्चात विचार संगोष्ठी प्रारंभ हुआ प्रथम वक्ता के रूप में रतनपुर पाली महासभा के सभापति कौशल सिंह राज द्वारा सर्व गोंड एकीकरण की बात रखते हुए रीति नीति रूढी परंपरा के साथ समय की महिती आवश्यकता बताते हुए इस पहल को खुले मंच से स्वीकार किया गया फिर मौली महासभा के प्रवक्ता दौलत कुंजाम के द्वारा भी अपने उद्बोधन में गोंडवाना के पेन शक्तियों को सेवा जोहार करते हुए सामाजिक दृष्टि से एक रहने की बात को सहर्ष स्वीकार करने की भी बात आई lशिक्षा पर विशेष जोर देने उपस्थित मातृशक्ति एवं पितृशक्ति को आगाह किया l
राज गोंड महासभा मुंगेली जिला अध्यक्ष भागीरथी मरावी द्वारा भी सभी गोंड समाज की रोटी बेटी लेनदेन को स्वीकार किया गया और बताया कि हम आज इस महासभा के द्वारा इसे पूर्ण रूप से लागू कर योग्य वर वधु को जोड़ने में सहयोग करेंगे ताकि हमारा संगठन समाज मजबूती के साथ आगे बढ़े l
परसाही नाला महासभा के संरक्षक व पूर्व तहसीलदार बुधवार सिंह सिदार व रिखीराम नेताम द्वारा भी गंभीरता से सामाजिक एकीकरण, धर्म, संस्कृति और रूढ़ी व्यवस्था को एक नियमावली का प्रत्येक क्षेत्र में महासभा द्वारा पालन करने की बात कही गई lकर्मचारी संघ बिलासपुर जिला अध्यक्ष व गोंडवाना महासभा के संभागीय संयोजक रामचंद्र ध्रुव ने युवक युवतियों को उदाहरण देकर समझाया कि हम एक दूसरे से किस प्रकार भिन्न है और उसे मिटाना है तभी हर क्षेत्र में हमारे विकास हो सकता हैl तखतपुर महासभा से सी के नेताम द्वारा भी एकीकरण को स्वीकार करने की बात कही गई l
केंदा महासभा राजगढ़ द्वारा भी इसे स्वीकार किया गया l मुंगेली से अमर सिंह नेताम का भी विचार अच्छा रहा अंत में इस महासभा आयोजन के प्रमुख संयोजक जिला अध्यक्ष मुंगेली वीरेंद्र मरावी द्वारा विस्तार से बताया गया कि एकीकरण क्यों आवश्यक है ? इसके क्या फायदे होंगे ?सभी गोंड सगा आपस में भाई-भाई है हममें कोई भेद नहीं है हमारी गोत्र व्यवस्था, गढ़ किला, देव देवालय ,टोटम ,नेग दस्तूर सब एक है केवल क्षेत्रवाद के चलते थोड़ा सा अंतर है जिसे आज इस मन से भूलाकर भविष्य में एक बनकर चलेंगे तभी समाज का हर क्षेत्र में मान सम्मान व संवैधानिक अधिकार को हम प्राप्त कर सकेंगे l
हमारा एक झंडा होगा ,एक देवालय होगा एक हमारी पहचान होगी lनशा मुक्ति के लिए सामाजिक अभियान चलाया जाएगा l युवाओं को जोड़ा जाएगा l मातृ शक्तियों के द्वारा भी विचार आया उनके द्वारा सभी नेग़ गोंडी परंपरा के अनुसार किया जाएगा और तीनों संस्कार में इसका पालन परंपरा के अनुसार किया जाएगा l मातृ शक्तियों ने भी एकीकरण को ध्वनिमत से पारित किया जिसमें सुशीला मरकाम, अंजोरा ध्रुव ,कुंती सोरी आदि द्वारा अपनी बात रखी गई
कार्यक्रम को सफल बनाने में आठगवा के सभा पदाधिकारी, ब्लॉक जिला, विभिन्न महासभा के पदाधिकारी जिसमें नाथूराम ध्रुव, गेंदराम नेतlम ,कन्हैयालाल , राम , मोहन , गंगाराम राधे श्याम मरावी, भक्तु राम रामकुमार मरावी ,रामसागर, सुरेश खुसरो लेखराम नेताम,धर्मेंद्र मरकाम, शिवनारायण चेचlम ,अनिल मरावी, महासिंह मरकाम , सुरेश सोरी ,उत्तम ध्रुव, हरिश्चंद्र , बहो रिक मरावी ,सुखलाल मरकाम, रिखी राम मरकाम सहित काफी बड़ी संख्या में सगा समाज उपस्थित रहे l कार्यक्रम का संचालन शैलेंद्र कुमार ध्रुव द्वारा किया गया l
