
शराबियों के अड्डो की मुख्य जड़
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली
सरगांव- उन्मुक्त खेल मैदान बना शराबियों का अड्डा की खबर प्रकाशन के बाद आखिरकार नगरीय प्रशासन ने इस दिशा में संज्ञान लेते हुए ठोस कदम उठाए। जंहा सर्वप्रथम इन शराबियों के अड्डो की मुख्य जड़ अवैध चखना दुकान जो कि कुकरमुत्ते की छत्ते की तरह उग आए थे पे कार्यवाही की गई।
इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी अनुसार सरगांव नगर पंचायत के सामने नेशनल हाइवे में स्थित विदेशी मदिरालय दुकान जो सम्भवतः संभाग का प्रथम मदिरालय दुकान होगा जो नेशनल हाइवे में स्थित है के पास ही नगर के व्यापक उन्मुक्त खेल मैदान जंहा समीप स्वामी आत्मानन्द स्कूल संचालित है.
के मैदान में शाम बाद से लगातार शराबियों के हुजूम ,शराब सेवन पस्चात खाली बोतलों के तोड़ने से फैले कांच के टुकड़ों से होने वाली परेशानी की लगातार शिकायत की जा रही थी। हाल ही में पुलिस फिजिकल की तैयारी करने वाले युवाओं ने उक्त मैदान की सफाई भी कर डाली थी कि खबर नवभारत टाइम्स ने प्रमुखता से प्रसारित किया था।
उक्त मैदान के आसपास बाउंड्रीवाल के सामने कुछ पहुंच वाले लोगों ने कब्जे के ध्येय झोपड़ी और लोहे के ठेले तान दिए थे जंहा अवैध चखना का कार्य संचालन होता था जो शराब प्रेमियों के लिए सोने पे सोहागा का काम करता था कारणवश स्थिति उक्त मैदान की बदतर होते जा रही थी जिसकी शिकायतें लगातार तूल पकड़ रही थी।
विषय को गम्भीरता से लेते हुए नगर पंचायत सरगांव के सीएमओ घनश्याम वर्मा द्वारा दल बल के साथ क्रेन की सहायता से सभी ठेलो को ज़ब्ती कर अवैध कब्जे करने पर कार्यवाही की गयी। उन्होंने कहा कि जब्त सभी ठेलो को जुर्माने की कार्यवाही पस्चात मालिकों को अवैध कब्जा न करने की समझाइश के बाद वापस किया जाएगा।
उक्त कार्यवाही में नगर पंचायत के अधिकारी, कर्मचारी के साथ ही पुलिस प्रशासन की सक्रिय भूमिका रही।

नेशनल हाइवे में शराब दुकान चिंतनीय
एक तरफ प्रदेश में जंहा अधिकाशतः शराब दुकान का परिचालन नगर की आबादी से दूर जगहों पे हो रहा है वंही सरगांव शराब दुकान का राष्ट्रीय राजमार्ग में होना बहुत ही चिंतनीय है। दोनों दिशाओं से चल रही तेज रफ्तार के गाड़ियों के बीच शराब प्रेमियों की शराब के प्रति लालसा ने हादसे में यंहा काफी लोगो की जान ली है और कितनो को गम्भीर किया है। लगातार हो रहे हादसों ने उक्त शराब दुकान को अन्यत्र स्थानन्तरित किये जाने की मांग को बल दिया है। इस पर भी जल्द ही संज्ञान लिया जाना शासन प्रशासन के लिए होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के मद्देनजर नितांत आवश्यक है।
