छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के मां कुदरगढ़ी एल्यूमिना प्लांट में एक दर्दनाक हादसा हुआ है, जिसमें कोयला बंकर के गिरने से सात मजदूर उसके नीचे दब गए। इस घटना में अब तक दो मजदूरों की मौत हो चुकी है, और कई मजदूर अभी भी बंकर के नीचे दबे होने की आशंका जताई जा रही है। रेस्क्यू कार्य जारी है, इसलिए मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है।
यह हादसा बतौली क्षेत्र के ग्राम शिलसिला में स्थित इस एल्यूमिना बॉक्साइट फैक्ट्री में तब हुआ जब 3 टन क्षमता वाला बंकर अचानक गिर गया। हादसे के बाद घायल मजदूरों को तुरंत अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां दो मजदूरों को मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना के बाद प्लांट प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं और प्रशासन इसकी जांच में जुटा है।

हादसे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है और मजदूरों के परिवारों में मातम पसरा हुआ है। प्रशासन और प्लांट के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है। बचाव दल और स्थानीय प्रशासन की टीम मलबे में फंसे बाकी मजदूरों को निकालने की कोशिश कर रही है। हालांकि, भारी उपकरणों और सावधानीपूर्वक प्रयासों की जरूरत है ताकि मलबे में फंसे लोगों को और ज्यादा नुकसान न हो।
इस घटना के बाद प्लांट की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल उठे हैं। मजदूरों के संगठन और स्थानीय लोग प्लांट प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।
वे यह जानने की मांग कर रहे हैं कि इतनी बड़ी घटना कैसे घटित हो गई और क्या सुरक्षा के पर्याप्त उपाय किए गए थे। प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं और जल्द ही हादसे के कारणों का पता चलने की उम्मीद है।
इस बीच, मृतकों के परिवारों को मुआवजे और घायल मजदूरों को उचित इलाज देने की मांग भी उठाई जा रही है।
