राजेन्द्र सक्सेना — नवभारत टाइम्स 24 x7in जिला प्रमुख दंतेवाड़ा
दंतेवाड़ा – किरंदुल में सिख समुदाय द्वारा आज गुरु अर्जुन देव शहादत दिवस मनाया गया । इस अवसर पर किरंदुल बसस्टैंड के जय स्तंभ चौक यात्री प्रतीक्षालय में राहगीरों को शरबत वितरण किया गया। गुरु अर्जुन देव जी शहीदों के सरताज एवं शान्तिपुंज हैं। आध्यात्मिक जगत में गुरु जी को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। उन्हें ब्रह्मज्ञानी भी कहा जाता है। गुरुग्रन्थ साहिब में तीस रागों में गुरु जी की वाणी संकलित है। बता दें कि गुरु अर्जुन देव सिखों के पांचवें गुरु थे। गुरु अर्जुन देव जी शांत स्वभाव और कुशाग्र बुद्धि वाले थे।उनका जन्म 1563 को हुआ एवं मृत्यु 1606 को हुई ।विदित हो कि मुगल सम्राट जहांगीर ने सिख समुदाय को भविष्य में एक खतरे के रूप में देखा इसलिए गुरु अर्जुन देव जी का वध करवाया । उनके शहादत दिवस के अवसर पर किरंदुल गुरुद्वारा सिंघ सभा कमेटी द्वारा नगर में राहगीरों को शर्बत पिलाई गई। इस अवसर पर कमेटी के अध्यक्ष सुरेंदर सिंह, सचिव बंटी अरोरा, संरक्षण राजेश संधू ,परमजीत सिंह, गुरमीत सिंह, कुलविंदर सिंग, विक्रम सिंग, गुरुमीत सिंग, शिव शर्मा, संदीप जैसवाल, गोल्डी धवन, लेखराज शर्मा, सोढ़ी ,सुखदेव सिंह ,विशेष रूप से उपस्थित थे।




Author: Deepak Mittal









