रायपुर, 15 सितम्बर 2025।
दूरदर्शन के 66वें स्थापना दिवस पर राजधानी रायपुर के दूरदर्शन केंद्र में आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय शामिल हुए। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और दूरदर्शन की ऐतिहासिक यात्रा को याद किया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य, बांस गीत, जवारा नृत्य, सुआ नृत्य और गौर-गौरा जैसे लोकनृत्यों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूरदर्शन ने मनोरंजन से आगे बढ़कर समाज को वैचारिक रूप से समृद्ध करने और संस्कारों को गढ़ने में बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने 1982 में एशियाई खेलों के रंगीन प्रसारण और रामायण-महाभारत जैसे धारावाहिकों को याद करते हुए कहा—“उस दौर में दूरदर्शन का जादू ऐसा था कि प्रसारण के समय सड़कों पर सन्नाटा छा जाता था।”
उन्होंने मिले सुर मेरा तुम्हारा जैसे गीतों का जिक्र करते हुए कहा कि दूरदर्शन ने हमेशा देश की एकता और सांस्कृतिक एकरूपता का संदेश दिया है। समाचारों की गरिमा और भाषा की शुद्धता बनाए रखने में दूरदर्शन की परंपरा हमेशा सराहनीय रही है।
सीएम साय ने रायपुर दूरदर्शन की लोकप्रिय कार्यक्रम श्रृंखला “हमर चिन्हारी” की तारीफ़ करते हुए कहा कि इसने छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को देश-दुनिया तक पहुँचाया है। साथ ही उन्होंने बताया कि कृषि दर्शन, महिला और युवा केंद्रित कार्यक्रमों ने हर वर्ग को जोड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब किसी व्यक्ति की सफलता की कहानी दूरदर्शन पर प्रसारित होती है तो वह लाखों लोगों के जीवन को बदलने की प्रेरणा बन जाती है।
इस अवसर पर संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल ने भी दूरदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि इसने प्रदेश की कला और परंपराओं को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मंच तक पहुँचाया है।
समारोह में रायपुर दूरदर्शन केंद्र के उप महानिदेशक श्री संजय कुमार मिश्र सहित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

Author: Deepak Mittal
