रायगढ़ से छत्तीसगढ़ में बदलाव की नई शुरुआत! मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “लखपति दीदी” योजना को एक ठोस रूप देते हुए महिला स्व-सहायता समूहों को “रेडी-टू-ईट” पोषण आहार के निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी है।
🔹 रायगढ़ जिला बना मॉडल:
रायगढ़ की ग्राम पंचायत कोतरलिया से इस क्रांतिकारी पहल की शुरुआत हुई है। यहां महिलाओं ने न सिर्फ उत्पादन की कमान संभाली है, बल्कि स्वयं मशीनें चलाकर उत्पादन प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी भी दिखाई है।
🔹 10 महिला समूहों को मिला अनुबंध:
रायगढ़ जिले की 2709 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए 10 स्व-सहायता समूहों को चुना गया है। ये महिलाएं अब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और रेडी-टू-ईट पोषण आहार मुहैया कराएंगी।
🔹 वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने किया शुभारंभ:
स्वतंत्रता दिवस पर ग्राम कोतरलिया में निर्माण इकाई का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा, “यह मॉडल पूरे प्रदेश में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और कुपोषण मुक्ति का नया अध्याय लिखेगा।“
मुख्य बातें एक नजर में:
✅ रायगढ़ से हुआ “रेडी-टू-ईट” उत्पादन का शुभारंभ
✅ 10 महिला स्व-सहायता समूहों को मिला जिम्मा
✅ 2709 आंगनबाड़ी केंद्रों को मिलेगा लाभ
✅ PMFME योजना के तहत पूंजीगत सहायता
✅ मशीन इंस्टॉलेशन और निर्माण कार्य तेज़ी से
✅ राज्य के 6 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट
सकारात्मक प्रभाव:
👩🔧 महिलाएं होंगी आत्मनिर्भर
🧒 बच्चों को मिलेगा पौष्टिक आहार
🏭 स्थानीय स्तर पर रोजगार का सृजन
📈 लघु उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा

Author: Deepak Mittal
