प्रवासी भारतीय हमारी ताकत.जयशंकर बोले- देश की संस्कृति का हो रहा प्रचार

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प्रवासी भारतीय दिवस समारोह को लेकर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के जनता मैदान में जमावड़ा बढ़ता जा रहा है. देश-विदेश से आए भारतीयों की संख्या में लगातार इज़ाफा हो रहा है, और समारोह स्थल के आसपास भारी भीड़ देखने को मिल रही है.

 

ओडिशा में इस साल प्रवासी भारतीय दिवस का भव्य आयोजन हो रहा है. सम्मेलन का उद्घाटन विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने किया. अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने प्रवासी भारतीयों के योगदान और उनकी मातृभूमि से जुड़ाव को भारत के विकास और वैश्विक छवि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया.

डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि प्रवासी भारतीय हमारी ताकत हैं. उन्होंने न केवल भारत की संस्कृति और मूल्यों को विश्वभर में प्रचारित किया है, बल्कि आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी योगदान दिया है.

अमृत काल में विकसित भारत की यात्रा की शुरुआत

विदेश मंत्री ने कहा की देश में हमने अभी-अभी अमृत काल में विकसित भारत की यात्रा की शुरुआत की है. यह प्रयास आने वाली पीढ़ी से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है. आखिरकार, इसी अवधि में वे समाज की अग्रिम पंक्तियों में आएंगे और हमारे देश का नेतृत्व करेंगे. हमारी कोशिशों का एक बड़ा हिस्सा युवा पीढ़ी को सही प्रेरणा देने का है, ताकि वे अपनी प्रयासों को तेज़ कर सकें.

हालांकि, विकास अपने आप में एक जटिल कार्य है, लेकिन यह तब कहीं अधिक सरल हो जाता है जब हमें इस पर विश्वास हो कि हमारे लिए कुछ भी असंभव नहीं है. मुझे याद है, कुछ समय पहले प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने प्रधानमंत्री मोदी को युवाओं का आदर्श बताते हुए एक दिलचस्प बात कही थी. उन्होंने इसे इस रूप में व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण हमारे देश को चलता है से बदल सकता है और फिर होगा कैसे नहीं? की ओर लेकर गया.

उन्होंने ओडिशा में इस आयोजन की विशेषता पर जोर देते हुए कहा कि राज्य अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विकास के मॉडल के लिए प्रवासी भारतीयों को प्रेरित करता है. समारोह के आयोजन को लेकर सुरक्षा इंतजामात भी चाक-चौबंद किए गए हैं. जनता मैदान और उसके आसपास के क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, साथ ही सुरक्षा एजेंसियां भी किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. प्रवेश बिंदुओं पर कड़ी चेकिंग की जा रही है. सुरक्षाकर्मी चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं ताकि, किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके.

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Author: Deepak Mittal

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