सरगांव में देखी गयी एक रहस्यमयी जगह….
प्राचीनकालीन अवशेष व सुरंग का अंदेशा
पुरातत्व विभाग से पहल की उम्मीद
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली
सरगांव- मुंगेली जिला मुख्यालय से महज 40 किलोमीटर दूर नगर पंचायत सरगांव में हमारी टीम द्वारा एक रहस्यमयी जगह देखी गयी है । जंहा जाने पर शोध के दौरान कई प्रश्न जन्म लेते है। हालांकि वंहा उपस्थित एक दो ग्रामीणों के अनुसार उन्होंने छोटे मोटे नाले का अनुमान लगाया है वंही कुछ पुराने समय के लोगो ने कुंड व कुंवा होने की बात कही गयी है।
हमारी टीम द्वारा बारीकी से जगह का निरीक्षण किये जाने पर यह तथ्य सामने आता है कि जितना आसान दिख रहा विषय उतना आसान नही। दरअसल अगर गंभीरता से जांच की जाए तो संभवतः अन्वेषण पश्चात प्राचीन कालीन अवशेष के साथ ही सुरंग होने का अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है । सरगांव में पूर्व में मिले प्राचीनकालीन माँ धुमेश्वरी देवी की प्रतिमा, व देवरानी जेठानी मंदिर में मिले अवशेष सम्भवतः इससे जुड़े हो सकते है।
इस स्थान पे इतनी तेज गति से पानी का स्त्राव हो रहा जो काफी कुछ संकेत देता है यही नही धीरे धीरे बहाव से खनन होते स्थान पर सीढीनुमा जमे पत्थर दिखाई दे रहे जिसमे काले ,लाल, सफेद आदि किस्म के पत्थर दिखाई पड़ रहे ऐसा प्रतीत होता है जैसे नीचे कोई सुरंग का रास्ता गया है। इस तरह के इस स्थान में दो से तीन रास्ते है जो हो सकता है आगमन और निकासी के रास्ते हो। पानी की निकासी तेज गति से अनवरत जारी है और अब तक वंहा से लगभग 2 से 3 फिट पानी खाली हो चुका है। पानी के निकासी की जगह को जैसे ही रोका जाता है अंदर हुए सुरंग रूपी छिद्र से भयावह बादल के फटने सारिका आवाज़ सुनाई देता है जो निश्चय ही बहुत सारे कौतूहल को जन्म देता है। क्या है इसकी हकीकत, क्या है इसके पीछे का राज, कंहा से जुड़े है तार, इनसे पर्दा अन्वेषण के बाद ही लग पायेगा।
पुरातत्व विभाग व प्रशासन ले संज्ञान
इस विषय को लेकर प्रशासन और पुरातत्व विभाग अगर पहल करती है तो निश्चित ही काफी रहस्यों से पर्दे उठेंगे । खुदाई की आवश्यकता और अन्वेषण पस्चात हो सकते है कुछ अवशेष प्रागैतिहासिक व मध्यकाल के मिले । इससे पहले की देर हो जाये आवश्यक्ता है अतिशीघ्र विभाग मौके पे पहुंच के जांच करे।
हमे इंतज़ार है कि हमारी खोजी खबरों की खोज के बाद ध्यान देकर विभाग आगे की खोज करेगा। HMPV Virus को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार अलर्ट, यहां जानिए सारे अपडेट